The Monkey and The Wedge Story
एक समय शहर से कुछ ही दूरी पर एक मंदिर का निर्माण किया जा रहा था। मंदिर में लकड़ी का काम बहुत था, इसलिए लकड़ी चीरने वाले बहुत से मज़दूर काम पर लगे हुए थे। यहां-वहां लकड़ी के लठ्ठे पड़े हुए थे और लठ्ठे व शहतीर चीरने का काम चल रहा था। सारे मज़दूरों को दोपहर का भोजन करने के लिए शहर जाना पड़ता था, इसलिए दोपहर के समय एक घंटे तक वहां कोई नहीं होता था। एक दिन खाने का समय हुआ तो सारे मज़दूर काम छोड़कर चल द...
The Jackal and the Drum
एक बार एक जंगल के निकट दो राजाओं के बीच घोर युद्ध हुआ। एक जीता, दूसरा हारा। सेनाएं अपने नगरों को लौट गईं। बस, सेना का एक ढोल पीछे रह गया। उस ढोल को बजा-बजाकर सेना के साथ गए भांड व चारण रात को वीरता की कहानियां सुनाते थे। युद्ध के बाद एक दिन आंधी आई। आंधी के ज़ोर में वह ढोल लुढ़कता-पुढ़कता एक सूखे पेड़ के पास जाकर टिक गया। उस पेड़ की सूखी टहनियां ढोल से इस तरह सट गई थीं कि तेज हवा चलते ही टहनियां ढ...
Fall And Rise Of The Merchant
वर्धमान नामक एक शहर में एक बहुत ही कुशल व्यापारी रहता था। राजा को उसकी क्षमताओं के बारे में पता था, और इसलिए उसने उसे राज्य का प्रशासक बना दिया। अपने कुशल तरीकों से उसने आम आदमी को भी खुश रखा था, और साथ ही दूसरी तरफ राजा को भी बहुत प्रभावित किया था। कुछ दिनों बाद व्यापारी ने अपनी लड़की का विवाह तय किया। इस उपलक्ष्य में उसने एक बहुत बड़े भोज का आयोजन किया। इस भोज में उसने राज परिवार से लेकर प्रजा,...
The Foolish Sage & Swindler
एक बार की बात है, एक गाँव के मंदिर में देव शर्मा नाम का एक प्रतिष्ठित साधू रहता था। गाँव के सभी लोग उसका बहुत आदर करते थे। भक्तजन उसे दान में तरह-तरह के वस्त्र, खाद्य सामग्री, उपहार और पैसे दिया करते थे। उन वस्त्रों को बेचकर साधू ने काफी धन-संपत्ति एकत्र कर ली थी। परंतु वह बहुत संदेही स्वभाव का था। किसी पर विश्वास नहीं करता था और अपने धन की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहता था। वह अपनी पोटली में स...
Fighting Goats & The Jackal
एक दिन एक सियार किसी गाँव से गुजर रहा था। गाँव के बाजार के पास उसने लोगों की एक भीड़ देखी। कौतूहलवश वह यह देखने वहाँ पहुँच गया कि आखिर हो क्या रहा है। वहाँ उसने देखा कि दो बकरे आपस में लड़ाई कर रहे थे। दोनों ही बकरे बहुत तगड़े थे, इसलिए उनमें जबरदस्त मुकाबला चल रहा था। चारों ओर लोग शोर मचा रहे थे, कोई ताली बजा रहा था तो कोई हौसला बढ़ा रहा था। लड़ाई इतनी भयंकर थी कि दोनों बकरे लहूलुहान हो चुके थे औ...
The Cobra and the Crows
एक जंगल में एक बहुत पुराना बरगद का पेड़ था। उस पेड़ पर घोंसला बनाकर एक कौआ–कव्वी का जोड़ा रहता था। उसी पेड़ के खोखले तने में, कहीं से आकर एक दुष्ट सर्प रहने लगा। हर वर्ष, मौसम आने पर कव्वी घोंसले में अंडे देती, और वह सर्प मौका पाकर घोंसले में घुस जाता और सारे अंडे खा जाता। एक दिन, जब कौआ और कव्वी जल्दी भोजन पाकर लौटे, तो उन्होंने सर्प को अपने घोंसले में रखे अंडों पर झपटते हुए देखा। अंडे खाकर सर्प...
The Crane And The Crab
एक वन प्रदेश में एक बहुत बड़ा तालाब था। हर प्रकार के जीवों के लिए उसमें भोजन सामग्री प्रचुर मात्रा में थी। इस कारण वहां मछलियां, कछुए, केकड़े, पक्षी और अनेक प्रकार के जीव वास करते थे। पास ही एक बगुला रहता था, जिसे परिश्रम करना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। उसकी आंखें भी कमजोर थीं, और मछलियां पकड़ने के लिए मेहनत करनी पड़ती थी — जो उसे खलती थी। आलस्य के कारण वह प्रायः भूखा ही रहता था। वह एक टांग पर खड...
The Cunning Hare and the Lion
किसी घने वन में एक बहुत बड़ा शेर रहता था। वह रोज शिकार पर निकलता और एक ही नहीं, दो नहीं कई-कई जानवरों का काम तमाम देता। जंगल के जानवर डरने लगे कि अगर शेर इसी तरह शिकार करता रहा तो एक दिन ऐसा आयेगा कि जंगल में कोई भी जानवर नहीं बचेगा। सारे जंगल में सनसनी फैल गई। शेर को रोकने के लिये कोई न कोई उपाय करना ज़रूरी था। एक दिन जंगल के सारे जानवर इकट्ठा हुए और इस प्रश्न पर विचार करने लगे। अन्त में उन्होंने...
The Bug And The Poor Flea
एक राजा के शयनकक्ष में मंदरीसर्पिणी नाम की एक जूं ने डेरा डाल रखा था। रोज़ रात को जब राजा सोने जाता, तो वह चुपके से बाहर निकलती और राजा का खून चूसकर फिर अपने स्थान पर जा छिपती। संयोग से एक दिन अग्निमुख नाम का एक खटमल भी राजा के शयनकक्ष में आ पहुंचा। जूं ने जब उसे देखा, तो वहां से चले जाने को कहा। उसे अपने अधिकार-क्षेत्र में किसी अन्य का दखल सहन नहीं था। लेकिन खटमल भी कम चतुर न था। वह बोला — "देखो,...
The Story of the Blue Jackal
एक बार की बात है — एक सियार जंगल में एक पुराने पेड़ के नीचे खड़ा था। तभी हवा के तेज़ झोंके से पूरा पेड़ गिर पड़ा। सियार उसकी चपेट में आ गया और बुरी तरह घायल हो गया। वह किसी तरह घिसटता हुआ अपनी मांद तक पहुंचा। कई दिन बाद जब वह मांद से बाहर आया, तो उसे बहुत भूख लगी। उसका शरीर बेहद कमज़ोर हो गया था। उसे एक खरगोश नज़र आया। उसे दबोचने के लिए वह झपटा, लेकिन कुछ दूर भागकर ही हांफने लगा। उसके शरीर में जान...
The Lion, Camel, Jackal And Crow
किसी वन में मदोत्कट नाम का सिंह निवास करता था। बाघ, कौआ और सियार — ये तीन उसके नौकर थे। एक दिन उन्होंने एक ऐसे ऊंट को देखा जो अपने गिरोह से भटककर उनकी ओर आ गया था। उसे देखकर सिंह बोला — "अरे वाह! यह तो बड़ा विचित्र जीव है। जाकर पता लगाओ कि यह वन्य प्राणी है या ग्राम्य प्राणी।" यह सुनकर कौआ बोला — "स्वामी! यह ऊंट नाम का जीव ग्राम्य-प्राणी है और आपका भोजन है। आप इसे मारकर खा जाइए।" सिंह ने उत्तर दिय...
The Bird Pair and the Sea
समुद्र तट के एक भाग में एक टिटिहरी का जोड़ा रहता था। अंडे देने से पहले टिटिहरी ने अपने पति से कहा कि वह किसी सुरक्षित स्थान की खोज करे। टिटिहरे ने उत्तर दिया — "यहां सभी स्थान पर्याप्त सुरक्षित हैं, तुम चिंता मत करो।" टिटिहरी ने कहा — "समुद्र में जब ज्वार आता है, तो उसकी लहरें मतवाले हाथी को भी खींच ले जाती हैं। इसलिए हमें इन लहरों से दूर कोई स्थान चुनना चाहिए।" टिटिहरा बोला — "समुद्र इतना साहसी न...
The Turtle that fell off the Stick
एक तालाब में कम्बुग्रीव नाम का एक कछुआ रहता था। उसी तालाब में दो हंस भी तैरने के लिए आते थे। वे बहुत हंसमुख और मिलनसार थे। कछुए और हंसों में जल्द ही गहरी दोस्ती हो गई। हंसों को कछुए का धीमे चलना और उसका भोलापन बहुत अच्छा लगता था। वे ज्ञानी भी थे और कछुए को अद्भुत बातें बताया करते — ऋषि-मुनियों की कहानियाँ, दूर-दराज की जगहों के अनुभव और जीवन की सीखें। कछुआ मंत्रमुग्ध होकर उनकी बातें सुनता। बस, उसमे...
Tale of the Three Fishes
एक नदी के किनारे उसी नदी से जुड़ा एक बड़ा जलाशय था। जलाशय में पानी गहरा था, इसलिए उसमें काई तथा मछलियों के प्रिय भोजन — जलीय सूक्ष्म पौधे — उगते थे। ऐसे स्थान मछलियों को बहुत भाते हैं। उस जलाशय में भी नदी से बहुत-सी मछलियाँ आकर रहती थीं। अंडे देने के लिए तो सभी मछलियाँ उस जलाशय में आती थीं। वह जलाशय लंबी घास और झाड़ियों से घिरा होने के कारण आसानी से दिखाई नहीं देता था। उसी में तीन मछलियों का एक झु...
The Elephant and the Sparrow
किसी पेड़ पर एक गौरैया अपने पति के साथ रहती थी। वह अपने घोंसले में अंडों से चूजों के निकलने का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी। एक दिन, जब गौरैया अपने अंडों को से रही थी और उसका पति रोज़ की तरह खाने के इंतज़ाम के लिए बाहर गया हुआ था, तभी वहाँ एक गुस्सैल हाथी आ पहुँचा। वह रास्ते के पेड़ों और पौधों को रौंदते हुए तोड़-फोड़ मचाने लगा। उसी तोड़फोड़ के दौरान वह गौरैया के पेड़ के पास आया और उसे ज़ोर-ज़ोर से...
The Lion and the Jackal
वर्षों पहले, हिमालय की एक गुफा में एक बलिष्ठ शेर रहता था। एक दिन वह एक भैंसे का शिकार कर उसका भक्षण करके अपनी गुफा लौट रहा था। रास्ते में उसे एक दुबला-पतला सियार मिला, जिसने शेर को देखकर लेटकर दण्डवत प्रणाम किया। शेर ने उससे पूछा, "ऐसा क्यों कर रहे हो?" सियार ने उत्तर दिया, "महाराज, मैं आपका सेवक बनना चाहता हूँ। कृपया मुझे अपनी शरण में ले लीजिए। मैं आपकी सेवा करूंगा और आपके द्वारा छोड़े गए शिकार स...
The Bird and the Monkey
एक जंगल में एक पेड़ पर एक गौरैया का घोंसला था। एक दिन कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। ठंड से कांपते हुए तीन-चार बंदरों ने उसी पेड़ के नीचे आश्रय लिया। एक बंदर बोला, "कहीं से आग मिल जाए तो ठंड दूर हो सकती है।" दूसरे बंदर ने सुझाया, "देखो, यहाँ कितनी सूखी पत्तियाँ गिरी पड़ी हैं। इन्हें इकट्ठा करके हम ढेर लगाते हैं और फिर उसे सुलगाने का उपाय सोचते हैं।" बंदरों ने सूखी पत्तियों का एक ढेर बनाया और फिर उसके च...
The Sparrow And The Monkey
किसी जंगल में एक घने पेड़ की शाखाओं पर चिड़ा और चिड़िया का एक जोड़ा रहता था। दोनों अपने घोंसले में बहुत सुख से जीवन बिता रहे थे। सर्दियों का मौसम था। एक दिन जब ठंडी हवा के साथ बूंदा-बांदी शुरू हुई, तो एक बंदर ठिठुरता हुआ उसी पेड़ की शाखा पर आ बैठा। ठंड से उसके दाँत कटकटा रहे थे। चिड़िया ने उसे देखकर कहा, "अरे! तुम कौन हो? देखने में तो इंसानों जैसे लगते हो — हाथ-पैर भी हैं, चेहरा भी वैसा ही है। फिर...
Right-Mind and Wrong-Mind
हिम्मतनगर में धर्मबुद्धि और पापबुद्धि नाम के दो मित्र रहते थे। एक दिन पापबुद्धि के मन में लालच आया। उसने सोचा — "क्यों न मैं धर्मबुद्धि को साथ लेकर किसी दूसरे देश जाकर व्यापार करूँ, और जब बहुत सारा धन एकत्र हो जाए तो किसी उपाय से उसका सारा धन हड़प लूँ।" यह सोचकर पापबुद्धि ने मीठी बातों में धर्मबुद्धि को फँसा लिया और धन-ज्ञान प्राप्त करने का लोभ देकर यात्रा के लिए तैयार कर लिया। दोनों शुभ मुहूर्त द...
Foolish Crane And The Mongoose
जंगल के एक बड़े वटवृक्ष की खोल में बहुत-से बगुले रहते थे। उसी वृक्ष की जड़ों में एक साँप भी अपना बिल बनाकर रहता था। हर बार जब बगुलों के घोंसलों में बच्चे होते, वह साँप धीरे-धीरे ऊपर चढ़कर उन्हें खा जाता था। बार-बार अपने बच्चों को खोने के दुख में एक बगुला अत्यंत निराश और दुःखी हो गया। वह नदी किनारे जाकर बैठ गया, उसकी आँखों में आँसू भरे थे। उसे इस प्रकार उदास देखकर एक केकड़ा पानी से बाहर आया और बोला...
The Rat that ate Iron
एक स्थान पर जीर्णधन नाम का बनिये का लड़का रहता था । धन की खोज में उसने परदेश जाने का विचार किया । उसके घर में विशेष सम्पत्ति तो थी नहीं, केवल एक मन भर भारी लोहे की तराजू थी । उसे एक महाजन के पास धरोहर रखकर वह विदेश चला गया । विदेश स वापिस आने के बाद उसने महाजन से अपनी धरोहर वापिस मांगी । महाजन ने कहा----"वह लोहे की तराजू तो चूहों ने खा ली ।" बनिये का लड़का समझ गया कि वह उस तराजू को देना नहीं चा...
The King and the Foolish Monkey
किसी राजा के राजमहल में एक बन्दर सेवक के रुप में रहता था । वह राजा का बहुत विश्वास-पात्र और भक्त था । अन्तःपुर में भी वह बेरोक-टोक जा सकता था । एक दिन जब राजा सो रहा था और बन्दर पङखा झल रहा था तो बन्दर ने देखा, एक मक्खी बार-बार राजा की छाती पर बैठ जाती थी । पंखे से बार-बार हटाने पर भी वह मानती नहीं थी, उड़कर फिर वहीं बैठी जाती थी । बन्दर को क्रोध आ गया । उसने पंखा छोड़ कर हाथ में तलवार ले ली;...